हनुमान जी आरती : हनुमान को अंजनेय भी कहा जाता है, एक हिंदू देवता और भगवान राम के एक दिव्य वानर साथी हैं। हनुमान हिंदू महाकाव्य रामायण के केंद्रीय पात्रों में से एक हैं। वह राम के परम भक्त और चिरंजीवियों में से एक हैं। हनुमान को पवन-देवता वायु का पुत्र माना जाता है, जिन्होंने कई कहानियों में हनुमान के जन्म में प्रत्यक्ष भूमिका निभाई और उन्हें शिव का अवतार या पुत्र भी माना जाता है | ज्योतिषियों के अनुसार इनका जन्म 1 करोड़ 85 लाख 58 हजार 115 वर्ष पूर्व त्रेता युग के अंतिम चरण में हुआ था |
संकट मोचन हनुमान के अन्य नाम।
– बजारंग बाली
– मारुति
– अंजनी कालिख
– केसरी नंदन
– संकटमोचन
– पवनपुत्र
– महावीर
– कपेश
– शंकर सुवन
श्री हनुमान चालीसा Shri Hanuman Chalisa Hindi&English
श्री हनुमान जी आरती || Hanuman Aarti Lyrics In Hindi
आरती कीजै हनुमान लला की।
दुष्ट दलन रघुनाथ कला की॥
जाके बल से गिरिवर कांपे।
रोग दोष जाके निकट न झांके॥
अंजनि पुत्र महाबल दाई।
सन्तन के प्रभु सदा सहाई॥
दे बीरा रघुनाथ पठाए।
लंका जारि सिया सुधि लाए॥
लंका सो कोट समुद्र-सी खाई।
जात पवनसुत बार न लाई॥
लंका जारि असुर संहारे।
सियारामजी के काज सवारे॥
लक्ष्मण मूर्छित पड़े सकारे।
आनि संजीवन प्राण उबारे॥
पैठि पाताल तो रिजम-कारे।
अहिरावण की भुजा उखारे॥
बाएं भुजा असुर दल मारे।
दाहिने भुजा संतजन तारे॥
सुर नर मुनि आरती उतारें।
जय जय जय हनुमान उचारें॥
कंचन थार कपूर लौ छाई।
आरती करत अंजना माई॥
जो हनुमानजी की आरती गावे।
बसि बैकुण्ठ परम पद पावे॥
Hanuman Aarti Lyrics In English
Aarti Kije Hanuman Lala Ki।
Dusht Dalan Ragunath Kala Ki॥
Jake Bal Se Girivar Kaanpe।
Rog Dosh Ja Ke Nikat Na Jhaanke॥
Anjani Putra Maha Baldaaee।
Santan Ke Prabhu Sada Sahai॥
De Beera Raghunath Pathaaye।
Lanka Jaari Siya Sudhi Laaye॥
Lanka So Kot Samundra-Si Khai।
Jaat Pavan Sut Baar Na Lai॥
Lanka Jaari Asur Sanhare।
Siyaramji Ke Kaaj Sanvare॥
Lakshman Moorchhit Pade Sakaare।
Aani Sajeevan Pran Ubaare॥
Paithi Pataal Tori Jam-kaare।
Ahiravan Ke Bhuja Ukhaare॥
Baayen Bhuja Asur Dal Mare।
Daahine Bhuja Santjan Tare॥
Sur Nar Muni Aarti Utare।
Jai Jai Jai Hanuman Uchaare॥
Kanchan Thaar Kapoor Lau Chhaai।
Aarti Karat Anjana Maai॥
Jo Hanumanji Ki Aarti Gaave।
Basi Baikunth Param Pad Pave॥